विस्तृत समयावधि को कुछ पलों में समेटकर दिखाना ही मोण्टाज है

मुम्बई। भारतीय चित्र साधना राष्ट्रीय फिल्म निर्माण कार्यशाला के तीसरे दिन फिल्म निर्देशक इमो सिंह और विजय पाण्डेय ने निर्देशन सम्बन्धित विभिन्न पहलुओं की जानकारी देते हुए बताया कि किस प्रकार सही कोण पर कैमरे लगाकर और फ्रेमिंग की दक्षता से एक बड़े स्थान को छोटा और छोटे स्थान को बड़ा करके पूरे सीन को अधिक प्रभावशाली बनाया जा सकता है।

इमो सिंह ने बताया कि शुटिंग के समय निर्देशक को पात्रों की पोसिशनिंग और उनके आपसी सम्बन्धों का सही ज्ञान होना चाहिए।

कार्यशाला में कुछ फिल्मों के शॉट्स दिखाकर और अनुप्रयोग के माध्यम से निर्देशन की बारीकियों को समझाया गया और उस पर उनसे कार्य भी करवाया गया।