चित्र साधना का उद्देश्य है, सिनेमा के माध्यम से युवा स्थानीय कहानी बताएं: अतुल गंगवार

अहमदाबाद: भारतीय चित्र साधना के सहयोग से सप्तरंग फिल्म सोसाइटी द्वारा आयोजित सिने कार्यशाला में भा.चि.सा. के सचिव श्री अतुल गंगवार ने बताया कि संस्था का उद्देश्य ऐसे नवोदित फिल्मकारों का पथप्रदर्शन करना और उनके लिए एक पारितन्त्र विकसित करना है जो भारतीय मूल्यों में विश्वास करते हुए स्थानीय कहानियां बताने के इच्छुक हों, ताकि उनके शिल्प को वैश्विक पटल पर पहचान और सम्मान मिले। दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन ३०–३१ जुलाई को गुजरात तकनीकि विश्वविद्यालय में हुआ। कार्यशाला में ३२ प्रतिभागियों ने भाग लिया।

इस अवसर पर गुजराती नाट्यकर्मियों और फिल्मकारों की उपस्थिति में सप्तरंग की वेबसाइट का भी लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के भूतपूर्व निदेशक पद्मश्री से सम्मानित श्री वामन केन्द्रे, विशिष्ट अतिथि श्री नवीन सेठ, श्री मयूर चौहान एवं अन्य अतिथियों का स्वयंसेविकाओं द्वारा आरती और तिलक से पारम्परिक स्वागत किया गया।

सप्तरंग के अध्यक्ष श्री वन्दन शाह ने बताया कि फरवरी २०२३ में एक लघु फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।

कार्यशाला में श्री वामन केन्द्रे ने अभिनय, श्री संजय त्रिवेदी ने पठकथा लेखन और श्री सन्दीप पटेल ने फिल्म निर्देशन के विषय में प्रतिभागियों को अवगत कराया और उनसे रोचक शारीरिक व रचनात्मक गतिविधियों का अभ्यास करवाया।

समापन सत्र में प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरण के साथ सप्तरंग के सचिव अभिमन्यु सम्राट ने धन्यवाद प्रसताव रखा।